इस दिन का ज्योतिषीय परिदृश्य
- यह दिन है गणेश चतुर्थी, जो शुभ आरंभ, बुद्धि और सफलताओं के लिए खास माना जाता है। नमस्ते गणपति!
- शुक्र ग्रह (Leo में) और प्लूटो (Aquarius में) के बीच संघर्षात्मक संयोग — भावनाओं में तीव्रता, संबंधों में शक्ति-संघर्ष जैसे विषय सक्रिय हो सकते हैं।
- मेष राशि में सूर्य, कन्या राशि में चंद्र, और चांद्रमा कर्क में प्रवेश करने वाला है शाम तक — आत्मविश्वास, विश्लेषण और संवेदनशीलता का मिश्रण बनेगा।
सभी राशियों का संक्षिप्त दैनिक संकेत
| राशि | संकेत और सुझाव |
|---|---|
| मेष | नए आरम्भ, गणपति आराधना सफल होगी—सफलता एवं आत्मविश्वास वर्धित होगा। |
| वृषभ | भावनात्मक स्थिरता और निर्णयों में सूझ-बूझ से लाभ होगा; पारिवारिक समर्थन मिलेगा। |
| मिथुन | आत्मविश्लेषण व योजना का दिन—पूजा और चिंतन लाभदायक रहेगा। |
| कर्क | सौहार्द्रपूर्ण गतिविधियाँ, पुरानी बाधाओं से मुक्ति—अनुकूल समय। |
| सिंह | चमकदार दिन—शुक्र-केतु संयोग स्थिरता लाएगा, संबंधों में मधुरता बढ़ेगी। |
| कन्या | विश्लेषण और संगठन में श्रेष्ठता; प्रेरणा वागीशक्ति बनेगी। |
| तुला | सौंदर्य और संबंधों में सुधार—पूजा से साझा हर्ष प्राप्त होगा। |
| वृश्चिक | भाव, शक्ति संघर्ष; लेकिन गणपति पूजन से स्थिरता मिलेगी—संतुलित निर्णय करें। |
| धनु | आध्यात्मिक ऊर्जा सक्रिय; चिंतन व संकल्पों से लाभ संभव। |
| मकर | पारिवारिक सुख और आर्थिक संभावनाओं में वृद्धि; सहयोगियों से मदद मिलेगी। |
| कुंभ | स्थिरता और संवेदनशीलता का मिश्रण; नए प्रारंभ व योजनाओं को फल मिल सकता है। |
| मीन | भावनात्मक गहराई—पूजा व ध्यान से मानसिक शांति प्राप्त होगी। |
सारांश
- गणेश चतुर्थी की ऊर्जा सभी राशियों के लिए शुभ तुरुप साबित होगी—विशेषतः मेष, सिंह, वृश्चिक और मकर को स्पष्ट लाभ मिल सकता है।
- शुक्र-शक्तिपीडित ग्रह-प्रतिघात (शुक्र विरुद्ध प्लूटो) अंतर्दृष्टि, संबंध विशेषज्ञता, और आत्म-इम्तहान का समय लाते हैं—प्यार, आत्मगौरव, और संबंधों में संतुलन बनाए रखें।
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